/> swaasthya: November 2012

Tuesday 20 November 2012

छाल रोग / सोरियासिस


छालरोग (Psoriasis) क्या है?
त्वचा की कोशिकाएं प्रायः एक माह की अवधि के पश्चात झड़ जाती हैं एवं नई कोशिकाएं उनका स्थान लेती हैं, परन्तु सोरियासिस अथवा छालरोग में इन नई कोशिकाओं की वृद्धि अत्यधिक तेजी से होती है और कुछ ही दिनों में त्वचा पर नई सतह जम जाती है। कोशिकाओं की पुरानी सतह हट भी नहीं पाती कि उस के ऊपर नई सतह जम जाती है इस तरह कोशिकाओं के ढेर लग जाते हैं और वे मछ्ली या सफ़ेद आटे की भांति त्वचा पर से झड़ती रहती हैं। इस रोग में लाल रंग के धब्बों पर से सफ़ेद चूरा सा छूटता रहता है।
छालरोग के धब्बे अथवा चकत्ते अक्सर कोहनी, घुटनों, पैरों, सिर, पीठ के निचले भाग, हथेलियों और पैरों के तलवों पर पाये जा सकते हैं। नाखूनों, गुप्तांगों और मुँह के भीतर भी इसके धब्बे मिल सकते हैं।

छालरोग किन किन को हो सकता है?
अक्सर इसे वयस्कों में ही देखा गया है और यह रोग किसी भी व्यक्ति को हो सकता है। यह वंशानुगत नहीं है परन्तु एक परिवार में कई सदस्यों को प्रभावित कर सकता है।
क्या सोरियसिस संक्रामक है ?
कदापि नहीं, आपको किसी के छूने से यह रोग न आपको होगा और न ही किसी दूसरे व्यक्ति को।  

सोरियासिस (Psoriasis) के लक्षण क्या हैं?
इसके लक्षण निम्न प्रकार के होते हैं :
त्वचा पर गुलाबी या लाल रंग के उठे हुए धब्बे
सूखी, परतदार त्वचा
त्वचा पर जलन
मोटे नाखून, नाखूनों पर छोटे-छोटे खड्डे
त्वचा के लाल धब्बे पर मवाद भरे छाले (गंभीर अवस्था में)
धब्बे अधिकतर घुटने और कोहनी की त्वचा पर दिखाई देते हैं, हालांकि छालरोग सिर, हथेलियों, पैरों के तलवों, मुँह और जोड़ों सहित शरीर पर कहीं भी प्रकट हो सकता है।

छालरोग के क्या कारण हैं?
सोरायसिस प्रतिरक्षा प्रणाली के साथ शुरू होता है; त्वचा की ‘T’ कोशिकाएं, श्वेत रक्त कोशिकाओं का एक प्रकार है जो प्रतिरक्षा का हिस्सा है और बैक्टीरिया अथवा वाइरस के हमले से त्वचा की रक्षा करती हैं। छालरोग में कोशिकाएं गलती से त्वचा की सामान्य कोशिकाओं पर आक्रमण कर बैठती हैं और फिर सामान्य कोशिकाएं तेजी से उत्पादन करने लगती हैं नई कोशिकाओं। इस रोग में कभी तो धब्बे पूरी तरह से अदृश्य हो जाते हैं और कभी अधिक हो जाते हैं।

छालरोग में वृद्धि के कारण हैं ;

संक्रमण (गला खराब होना)
प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करने वाले रोग
तनाव
कुछ दवाएं जैसे मलेरिया और उच्च रक्तचाप की दवाएं
त्वचा पर
ठंड के मौसम से
धूम्रपान / मदिरा पान से

सोरायसिस का निदान कैसे करें?
सोरायसिस का निदान करने के लिए त्वचा विशेषज्ञ प्रायः देख कर ही बता देते हैं कि सोरियसिस है अथवा नहीं, कभी-कभी कठिन हो सकता है ; ऐसी स्थिति में त्वचा के एक टुकड़े की जांच (Skin Biopsy) प्रयोगशाला में की जा सकती है।

सोरायसिस किस तरह रूप बदलती है ? 
उस पर उपचार निर्भर करता है:
गंभीर बीमारी है अथवा नहीं
छालरोग के धब्बे का आकार पर
छालरोग के प्रकार पर
कुछ रोगी उपचार की गर्मी सहन नहीं कर पाते
सभी उपचार एक सरीखे नतीजे नहीं देते। इसलिए यदि आप पर इलाज का असर नहीं हो रहा या लक्षण और बुरे हो गए हैं, अपने चिकित्सक की मदद लें।

  अपनी त्वचा की नमी को बनाए रखें और इसके लिए किसी भी तैलीय क्रीम अथवा लेप लगाएँ। लेप लगाने के उपरांत धब्बों को प्लास्टिक की परत से कुछ घंटों के लिए ढक दें, इससे नमी को त्वचा में प्रवेश करने में मदद मिलेगी। को-र्टिको-स्टेरोइड (Corticosteroid) नामक दवाएं का प्रयोग, गंधक के पानी में स्नान और सिर हेतु विशेष शैम्पू का प्रयोग मदद कर सकते हैं। लेप हेतु मलहम / क्रीम से सूजन और त्वचा के बदलने की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद मिलती है
·        प्रतिरक्षा शक्ति की तीव्रता कम हो जाती है
·        त्वचा पर कोशिकाओं के ढेर को हटाने में मदद मिलती है

पराबैंगनी किरण द्वारा उपचार :
सूर्य और कृत्रिम पराबैंगनी प्रकाश से प्राकृतिक पराबैंगनी प्रकाश छालरोग (psoriasis) के उपचार हेतु प्रयोग की जाती हैं। इस उपचार को पूवा (PUVA) कहा जाता है, एक अन्य दवा (psoralen) के सेवन के उपरांत त्वचा प्रकाश के प्रति संवेदनशील हो जाती है और ये किरणें अपनी गर्माहट से धब्बों को मिटाने में सहयोग देती हैं।  

प्रणालीगत चिकित्सा:
(Psoriasis) सोरियसिस के गंभीर मामलों में अपने चिकित्सक से एंटी-बायोटिक दवाओं, गोलियों के रूप के बारे में परामर्श अवश्य लें। धूप छालरोग में अच्छी मदद करती है, परंतु अधिक धूप हानिकारक हो सकती है। अन्य दवाओं के साथ-साथ आपके चिकित्सक आपको धूप दिखाने की सलाह अथवा पराबैंगनी किरणों के सेक की सलाह दे सकते हैं। psoralen नामक एक दवा के सेवन के उपरांत इन किरणों से धब्बे को सेक दिया जाता है। यह रोग को पूर्णतया समाप्त नहीं कर पाता। समय-समय पर आवश्यकता अनुसार आपके विशेषज्ञ दवा एवं उसके प्रयोग की विधि बदल सकते हैं।
मिली जुली चिकित्सा :
जब आप त्वचा पर लेप, प्रकाश, प्रणालीगत उपचार आदि का प्रयोग करते हैं, ऐसे समय पर आप प्रत्येक दवा की पूर्ण मात्रा से कम मात्रा में ही लाभ पा सकते हैं। आपको मिश्रित चिकित्सा से अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।
 
क्या छाल रोग उपचार के उपरांत समाप्त हो जाएगा?
आम तौर पर छालरोग में उपचार के बाद सुधार होगा, परन्तु यह कभी पूरी तरह से जाते नहीं। ददोरे / चकत्ते से बुरादे के झड़ने में कमी आने पर समझें कि लाभ हो रहा है। धब्बों के मोटापे में सुधार होते होते २ से ६ सप्ताह का समय लग सकता है, तथापि लालिमा के सुधार में अनेक महीने लग सकते हैं। ऐसा भी प्रतीत हो सकता है कि कुछ धब्बे सुधर रहे हैं और उसी समय कुछ धब्बे बढ़ते जाते हैं।    
उपचार विधि में एक प्रकार के निरंतर उपयोग के बाद, संभव है कि छालरोग पर दवा प्रभावी न रहे। यदि ऐसा हुआ तो आपके चिकित्सक आपकी दवा अथवा चिकित्सा को बदल सकते हैं।

सोरायसिस के अनुसंधान में नया क्या है?
चिकित्सक निम्न विषयों पर शोध करके छालरोग के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर रहे हैं :
·   वंशानुगत विषयों पर शोध (Gene)
·   प्रतिरक्षा प्रणाली में फेरबदल कर उसके आक्रामक रूप को कम करना
·   मोटापे, उच्च रक्तचाप, मधुमेह का सोरियासिस से संबंध स्थापित करना 

अपने चिकित्सक से इन विषयों पर अधिक जानकारी लें :
·   कौन सा उपचार मेरे लिए सबसे अच्छा है?
·   क्या मुझे अक्सर दवाएं बदलनी होंगी?
·   कुछ घरेलू दवाएं जो मेरी खुजली अथवा दर्द का निवारण कर सकें
·   यदि मेरे लक्षण और बढ़ जाएँ, मैं अपने चिकत्सक से कब संपर्क करूँ?
·   कोई विशेष शैम्पू जिसे मुझे प्रयोग करना चाहिए?
·   क्या आप एक अच्छा लोशन सुझा सकते हैं?
·   क्या जीवनपर्यंत मुझे दवा का सेवन करना पड़ेगा ?
·   मुझे सोरायसिस है क्या मेरे बच्चों को भी यह रोग लगेगा ?
·   क्या मुझे अपनी त्वचा की देखभाल किसी भी परिवर्तन की आवश्यकता है ?
·   क्या मुझे अपने क्षेत्र में किसी सहायता संगठन की मदद मिलेगी ?