कील / मुहाँसे ( ACNE )
क्या आप मुहाँसों (pimples) से पीड़ित हैं ?
मुहाँसा त्वचा के तेल उत्पादन ग्रंथियों (Sebum producing glands ) के प्रभाव से उत्पन्न होता है। त्वचा में छोटे छिद्र (pores) त्वचा के नीचे तेल ग्रंथियों से जुड़े रहते हैं, इन ग्रंथियों से एक तेल पदार्थ (sebum) निकलता है। pores एक नलिका के द्वारा ग्रंथियों से जुड़ी रहती हैं। बालों के रोम के भीतर से, तेल और मृत त्वचा कोशिकाएं (dead skin cells) त्वचा की सतह पर पहुँचती हैं। एक पतला बाल तेल ग्रंथि से जुड़ा होता है और त्वचा पर बाहर निकलता है। जब एक pore बंद हो जाती है और तेल त्वचा की सतह पर नहीं पहुँच पाता तब वहाँ एक दाना (मुँहासा) बनता है।
अधिकांश pimples चेहरे, गर्दन, पीठ, छाती, और कंधों पर पाए जाते हैं। हालांकि मुँहासों से गंभीर स्वास्थ्य खतरा नहीं है, लेकिन वे भद्दे निशान (scars) छोड़ सकते हैं।
मुँहासे कैसे बनते हैं ?
मुँहासे तब होते हैं जब sebum बालों की जड़ (कूप) के माध्यम से त्वचा की सतह पर जाने में सक्षम नहीं है। कभी कभी, बाल, sebum, और मृत त्वचा कोशिकाओं के झुरमुट में एक plug के रूप में नलिका में फँस जाते हैं। प्लग में बैक्टीरिया के कारण सूजन हो जाती है। जब इस प्लग में अधिक सामग्री हो जाती है तब यह प्लग फट जाता है और sebum, मृत त्वचा कोशिकाओं और बैक्टीरिया त्वचा की सतह पर फैल जाते हैं।
Pimples कई प्रकार के होते हैं. सबसे आम प्रकार हैं:
• (closed Comedones) whiteheads – त्वचा की सतह के नीचे रहने वाले pimple
• Blackheads (open comedones) - त्वचा की सतह पर होते हैं, उनके अंदर का तेल सतह पर आ जाता है खाली होने के कारण वे काले दिखते हैं। काले रंग का कारण मैल नहीं है।
• papules - ये छोटे गुलाबी रंग के दाने हैं जिनमें दर्द भी हो सकता है।
• pustules - इन pimples में मवाद / पीप भरी होती है।
• गांठें अर्थात nodules - ये बड़े, दर्दनाक, ठोस pimples है कि त्वचा में गहरी हैं.
• घाव - ये गहरे, दर्दभरे, मवाद भरे मुहाँसे हैं जो निशान छोड़ जाते हैं।
मुँहासे किस-किस को हो सकते हैं ?
मुँहासे त्वचा की वह दशा है जिससे लगभग सभी लोग कभी न कभी प्रभावित होते हैं। सभी उम्र और जाति के लोगों को मुँहासे होते हैं, अपितु यह किशोरों और युवा वयस्कों में सबसे आम हैं। अनुमानतः ११ और ३० वर्ष की आयुवर्ग के ८० प्रतिशत लोगों को मुँहासों का सामना करना पड़ता है। कुछ व्यक्तियों को चालीस वर्ष की उम्र और कुछ को पचासवें वर्ष की उम्र मेँ भी मुँहासे हो सकते हैं।
मुँहासे किन कारणों से होते हैं ?मुहाँसा त्वचा के तेल उत्पादन ग्रंथियों (Sebum producing glands ) के प्रभाव से उत्पन्न होता है। त्वचा में छोटे छिद्र (pores) त्वचा के नीचे तेल ग्रंथियों से जुड़े रहते हैं, इन ग्रंथियों से एक तेल पदार्थ (sebum) निकलता है। pores एक नलिका के द्वारा ग्रंथियों से जुड़ी रहती हैं। बालों के रोम के भीतर से, तेल और मृत त्वचा कोशिकाएं (dead skin cells) त्वचा की सतह पर पहुँचती हैं। एक पतला बाल तेल ग्रंथि से जुड़ा होता है और त्वचा पर बाहर निकलता है। जब एक pore बंद हो जाती है और तेल त्वचा की सतह पर नहीं पहुँच पाता तब वहाँ एक दाना (मुँहासा) बनता है।
अधिकांश pimples चेहरे, गर्दन, पीठ, छाती, और कंधों पर पाए जाते हैं। हालांकि मुँहासों से गंभीर स्वास्थ्य खतरा नहीं है, लेकिन वे भद्दे निशान (scars) छोड़ सकते हैं।
मुँहासे कैसे बनते हैं ?
मुँहासे तब होते हैं जब sebum बालों की जड़ (कूप) के माध्यम से त्वचा की सतह पर जाने में सक्षम नहीं है। कभी कभी, बाल, sebum, और मृत त्वचा कोशिकाओं के झुरमुट में एक plug के रूप में नलिका में फँस जाते हैं। प्लग में बैक्टीरिया के कारण सूजन हो जाती है। जब इस प्लग में अधिक सामग्री हो जाती है तब यह प्लग फट जाता है और sebum, मृत त्वचा कोशिकाओं और बैक्टीरिया त्वचा की सतह पर फैल जाते हैं।
Pimples कई प्रकार के होते हैं. सबसे आम प्रकार हैं:
• (closed Comedones) whiteheads – त्वचा की सतह के नीचे रहने वाले pimple
• Blackheads (open comedones) - त्वचा की सतह पर होते हैं, उनके अंदर का तेल सतह पर आ जाता है खाली होने के कारण वे काले दिखते हैं। काले रंग का कारण मैल नहीं है।
• papules - ये छोटे गुलाबी रंग के दाने हैं जिनमें दर्द भी हो सकता है।
• pustules - इन pimples में मवाद / पीप भरी होती है।
• गांठें अर्थात nodules - ये बड़े, दर्दनाक, ठोस pimples है कि त्वचा में गहरी हैं.
• घाव - ये गहरे, दर्दभरे, मवाद भरे मुहाँसे हैं जो निशान छोड़ जाते हैं।
मुँहासे किस-किस को हो सकते हैं ?
मुँहासे त्वचा की वह दशा है जिससे लगभग सभी लोग कभी न कभी प्रभावित होते हैं। सभी उम्र और जाति के लोगों को मुँहासे होते हैं, अपितु यह किशोरों और युवा वयस्कों में सबसे आम हैं। अनुमानतः ११ और ३० वर्ष की आयुवर्ग के ८० प्रतिशत लोगों को मुँहासों का सामना करना पड़ता है। कुछ व्यक्तियों को चालीस वर्ष की उम्र और कुछ को पचासवें वर्ष की उम्र मेँ भी मुँहासे हो सकते हैं।
मुँहासों का वास्तविक कारण अज्ञात है। परंतु कुछ कारणों से ऐसा हो सकता है,
चिकित्सकों का मत है कि:
किशोरावस्था में हार्मोन की वृद्धि (यह तेल ग्रंथियों मेँ रुकावट की संभावना बढ़ा देता है)
• गर्भावस्था के दौरान हार्मोन परिवर्तन
• गर्भ नियंत्रण गोलियाँ का सेवन अथवा उनका सेवन रोक देना ।
• आनुवंशिकता (अगर आपके माता पिता को मुँहासे थे, तब आपको भी मुहाँसे हो सकते हैं)
• कुछ प्रकार की दवाओं के उपयोग से
• चिकनाहट / तेलयुक्त श्रृंगार (make-up)
मुहांसों का उपचार कैसे करें ?
मुँहासों का उपचार त्वचा रोग विशेषज्ञ अर्थात (dermatologists /skin specialist) द्वारा किया जाता है। उपचार से निम्नलिखित उपलब्धियां हो सकती हैं
• मुहांसों का उपचार
• नए मुहांसों pimples को प्रकट होने से रोक
• दाग धब्बे होने पर रोक
• मुँहासे होने की शर्मिंदगी से बचना ।
प्रारंभिक उपचार ही धब्बे / निशान को रोकने का सबसे अच्छा उपाय है। आपके त्वचा विशेषज्ञ दवाओं का सुझाव देंगे। कुछ दवाएँ त्वचा पर मली जाती हैं। अन्य दवाएँ आप मुंह द्वारा निगल सकते हैं। आप को एक से अधिक दवा का उपयोग भी करना पड़ सकता है।
मुहाँसे वाली त्वचा की देखभाल कैसे करें ?
मुहांसों वाली त्वचा की देखभाल की कुछ विधियां :
• सुबह, दोपहर और शाम एवं अधिक व्यायाम तथा अधिक पसीना आने के बाद अपनी त्वचा को साबुन से साफ करें। मुहांसों को रगड़ें नहीं, त्वचा रगड़ने से मुँहासे होना बंद नहीं होते अपितु इससे और समस्या हो सकती है ।
• मुहांसों को फोड़ें नहीं, दबाने, पिचकाने से निशान या काले धब्बे बन जाते हैं ।
• दाढ़ी बनाते समय ध्यान रहे कि मुहाँसे कटें नहीं। आप बिजली अथवा छुरे (रेज़र ) का उपयोग कर सकते हैं। दाढ़ी बनाने की क्रीम लगाने से पहले पानी से अपनी दाढ़ी को नरम कर लें।
• धूप से बचें। मुँहासे की कई दवाएं रोगियों को धूप के प्रति अधिक संवेदनशील कर सकती हैं। अधिक मात्रा में सूर्य की किरणें त्वचा पर झुर्रियाँ भी कर बना देती हैं।
• श्रृंगार सावधानी से चुनें। सभी प्रकार का श्रृंगार तेल से मुक्त किया जाना चाहिए। लेबल पर शब्द "गैर comedogenic" शब्द के लिए देखें। अर्थात श्रृंगार चेहरे के छोटे छिद्रों को बंद न कर पाएँ। लेकिन कुछ लोगों के चेहरे पर मुँहासे इन उत्पादों का उपयोग केरने के बाद भी हो सकते हैं।
• अपने बालों को नियमित रूप से शैम्पू करें। यदि आपके बाल तैलीय हैं, तो आप शैम्पू प्रतिदिन कर सकते हैं।
कुछ बातें जो मुँहासों का प्रकोप अधिक कर सकती हैं:
• किशोर लड़कियों और वयस्क महिलाओं में मासिक धर्म से २ से ७ दिन पहले हार्मोन का स्तर बढ़ने से
• मोटर साइकल के हेलमेट, पीठ पर लटकने वाले बस्ते, या तंग कॉलर से दबाव
• प्रदूषण और उच्च आर्द्रता
• दानों को फोड़ना अथवा दबाना
• त्वचा को रगड़ना
मुँहासों के बारे में कुछ भ्रांतियाँ -
मुँहासों के बारे में कई भ्रांतियाँ हैं। गंदी त्वचा एवं तनाव से मुँहासे नहीं होते। इसके अलावा, चॉकलेट और चिकने खाध्यानों से मुहाँसे नहीं होते।
मुँहासों पर क्या अनुसंधान चल रहा है?
वैज्ञानिक मुँहासे के इलाज के नए तरीके की खोज कर रहे हैं।
वैज्ञानिक मुँहासे के इलाज के नए तरीके की खोज कर रहे हैं।
वर्तमान में शोध की दशा इस प्रकार है :
• मुँहासे के नए इलाज के लिए एंटीबायोटिक दवाओं पर शोध
• रुकावट (प्लग) रोकने के उपाय
• टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को मुहाँसे होने से रोकने के तरीके
• त्वचा पर जीवाणुओं (बैक्टीरिया) के बारे में अधिक जानकारी खोजना
कुछ रोगियों को दवाओं के दुष्प्रभाव जैसे त्वचा पर जलन, लाली आदि का सामना करना पद सकता है। ये दुष्प्रभाव आम तौर पर हल्के होते हैं और कुछ समय के समाप्त भी हो जाते हैं। गंभीर दुष्प्रभावों की जानकारी अपने चिकित्सक को देनी चाहिए।
दवा लेने के बाद सुधार आने में 4-8 सप्ताह का समय लग सकता है।
कुछ दवाओं के नाम इस प्रकार हैं -
- Benzoyl Peroxide
- Clindamycin
- Erythromycin
- Tetracycline
- Tretinoin
- Adapalene
• हार्मोनल उपचार
• कम - खुराक में corticosteroids
• एंटी एण्ड्रोजन दवाएं
• कीलों या comedones को त्वचा विशेषज्ञ द्वारा हटाना
- मुँहासे के भीतर स्टेरॉयड के सुई
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